दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं, एक जो सोना (Gold) चाहते हैं और दुसरे जो सोना चाहते हैं. आप सोचेंगे कि गलती से एक ही बात दो बार लिख दिया तो आप गलत हैं क्योंकि एक सोना सो जाने वाला सोना है लेकिन दुसरा वाला सोना धातु है. इस धातु का महत्व सभी जानते हैं लेकिन हम बता रहे हैं आपको इसके तस्करी के 10 तरीके.
कचरे के डिब्बे में सोना (Gold)
वो कहावत तो आपने भी सुनी ही होगी कि सोना अगर कचड़े में गीर जाए तो भी सोना (Gold) ही रहता है. ये कहावत ही ऐसे तस्करों का पंचलाइन है. ऐसा कई उदाहरण हैं जब अलग-अलग तरीके से कचड़े या टॉयलेट में सोने को छुपाकर तस्करों ने सोने को पहुँचाया है. हलांकि कई बार पकडे भी गए हैं.
पिछवाड़े में अंदर डालकर
ऊपर वाले ने इंसान को ये अंग विशेष शारीर से अपशिष्ट को बाहर निकालने के लिए बनाया था. लेकिन कुछ होशियार लोगों ने इसे तस्करी के लिए प्रयोग करना शुरू कर दिया. ऐसे एक नहीं कई उदाहरण हैं जिससे ये बात साबित हो जाती है. लेकिन उस अंग विशेष में सोने के 10-12 बिस्किट छुपा लेना वाकई बहादुरी का काम है.
टॉर्च के अंदर भी
इससे ये पता चलता है कि तसकर ऐसी चीजें तलाशते हैं जिसपर लोगों या अधिकारियों का ध्यान बिलकुल न जा पाए. लेकिन क्या है न कि बेचारे फिर भी पकड़े जाते हैं. करोड़ों रुपए का सोना टॉर्च में छुपाने का आईडिया भी कमाल का है.
पानी के बोतल में
पानी की बोतल तो आपने भी देख ही रखी होगी. लेकिन आपने शायद ध्यान नहीं दिया होगा कि उसके ढक्कन के नीचे किसी-किसी में थर्माकोल लगा होता है. तो इसी बात ने तस्करों के दिमाग की बत्ती जला दी. उन्होंने उसमें भी छुपा कर ले जाने की कोशिश की लेकिन फिर भी बेचारे नाकाम ही रहे.
पैर के तलवों में छुपाकर
मने तस्करों के खुराफाती दिमाग में भी एक से एक आईडिया आता रहता है. पैर के नीचे तलवों में टेप से चिपकाकर भी उन्होंने सोना ले जाने की असफल कोशिश की लेकिन नाकाम रहे. लेकिन ये भी कहाँ हार मानते हैं, नए-नए तरीके निकाल लेते हैं.
जूसर में
छोटा सा हैण्ड जूसर जिसमें तस्करों ने सोना छूपा कर ले जाने की कोशिश की. करीब आधा किलो सोना वो भी हैण्ड जूसर के अन्दर भाई मानना पड़ेगा इनके तिकड़मी दिमाग को. एक बात है ये ज्यादातर पकड़े एयरपोर्ट पर ही जाते हैं.
वाशिंग मशीन में
मतलब आप भी यही सोच रहे होंगे न कि एक-एक करके इन्होंने सभी घरेलु चीजें इस्तेमाल करके देखी है. इस क्रम में इन्होंने वाशिंग मशीन को भी आजमा कर देख ही लिया. इसके मोटर में 2 किलो सोना छूपा कर ले जा रहे थे.
बेल्ट में
घरेलु सामान जब ज्यादा प्रयोग कर लिया तो पहनने की चीजों पर इन्होंने फोकस किया. इस क्रम में उन्होंने बेल्ट का इस्तेमाल किया. इसके लिए बाकायदा तस्करों ने स्पेशल बेल्ट बनाया. इसके अन्दर थैला बनाकर उसमें छुपाया लेकिन फिर भी पकड़े ही गए.
औरतों का हैंडबैग
हालाँकि ये एक असुरक्षित तरीका ही था. क्योंकि इसकी तलाशी तो आमतौर पर ले ही ली जाती है. लेकिन शायद तस्करों के दिमाग में आया होगा कि क्या पता इसकी चेकिंग ही न किया जाए. लेकिन किस्मत ख़राब रही थी बेचारों की.
अंडरगारमेंट में
आपके दिमाग में भी यही खयाल आ रहा होगा कि जब पिछवाड़े में छूपा सकते हैं तो चड्ढी क्या चीज है. तो भाई लोगों ने इसे भी नहीं छोड़ा. इसमें भी सोने के 10-10 बिस्किट छुपा लेते हैं ये लोग.