‘द वॉल’ यानी ‘दीवार’ के नाम से मशहूर लोकप्रिय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ का आज जन्मदिन है. गौरतलब है कि वे 2012 में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं. राहुल द्रविड़ को बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए साल 2000 में विजडन क्रिकेटर सम्मान और 2004 में आईसीसी ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’ और ‘टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर’ से सम्मानित किया गया था. बल्लेबाजी में एक नई विधा रचने वाले इस पूर्व भारतीय बल्लेबाज को आईसीसी क्रिकेट ‘हॉल ऑफ फेम’ में भी शामिल किया गया है. Rahul Dravid के जन्मदिन के मौके पर जानिए उनकी 5 बेहतरीन पारियाँ.
पहला टेस्ट लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड – 1996
जून 1996 में लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर खेली गई राहुल द्रविड़ की यह पारी दो वजहों से ख़ास है. एक तो यह उनका और सौरव गांगुली, दोनों का ही पहला टेस्ट मैच था. इस मैच की पहली पारी में इंग्लैंड ने 344 रन बनाए. गांगुली ने 131 और द्रविड़ ने 267 गेंदों में 95 रन बनाए. इन दोनों की वजह से भारत ने इंग्लैंड पर 85 रन की बढ़त ले ली. विश्लेषक यह भी कहते हैं कि द्रविड़ इस मैच में अंपायर द्वारा आउट दिए जाने से पहले ही पैवेलियन की ओर चल दिए थे. इस वजह से भी वे इस मैच में खासे चर्चा में रहे थे.
द्रविड़ के वनडे करियर का टर्निंग पॉइंट – टेटन वनडे – 1999
श्रीलंका के खिलाफ हुए मैच में द्रविड़ ने 129 गेंदों पर 145 रन की तेज पारी खेली. इस मैच में सौरव गांगुली ने भी यादगार 183 रन बनाये थे और इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 318 रनों की साझेदारी की थी. 373 रन बनाने वाली भारतीय टीम ने यह मैच 157 रन के बड़े अंतर से जीता था.
ईडन गार्डन कोलकाता – 2001
साल 2001 में कोलकाता के ईडन गार्डन के मैदान पर खेले गए इस मैच को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे चौंकाने वाला मैच कहा जाता है. बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के इस मैच की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 445 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था. ऑस्ट्रेलिया से 274 रनों से पिछड़ने के बाद भारत के लिए यह मैच जीतना लगभग नामुमकिन जैसा लग रहा था. लेकिन इसके बाद राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने जो किया वह स्वर्णिम इतिहास हो गया.
एडिलेड टेस्ट – 2003
एडीलेड में हुए मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 556 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था. इसके जवाब में भारतीय टीम 85 रन पर चार विकेट खोकर लड़खड़ाने लगी. इसके बाद वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने पारी को संभाला. दोनों दिग्गजों ने 303 रनों की साझीदारी की. लक्ष्मण के 148 और द्रविड़ की 446 गेंदों में 233 रन की मैराथन पारी ने भारत का स्कोर 523 पर पहुंचा दिया.
ब्रिस्टल वनडे इंग्लैंड – 2007
2007 में राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में इंग्लैंड में भारतीय टीम का यह दूसरा मैच था. इस मैच में राहुल द्वारा खेली गई पारी उनकी सबसे तेज पारियों में से एक था. सचिन के 99 रन पर आउट होने के बाद द्रविड़ चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और मैच की दिशा ही बदल दी. उन्होंने 63 गेंदों में 11 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 92 रन बनाए. अंतिम आठ ओवरों में द्रविड़ की पारी देखने लायक थी. इस दौरान उन्होंने केवल 28 गेंदों पर ताबड़तोड़ 56 रन बनाये.