क्या है Misophonia?
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने विभिन्न केंद्रों पर 20 मिसोफ़ोनिक और 22 सामान्य लोगों के दिमाग़ को स्कैन किया. इन्हें एमआरआई करने वाली मशीन में बारिश जैसी प्राकृतिक आवाज़ और चिल्लाने जैसी कई तरह की आवाजें सुनाई गईं. इस अध्ययन के नतीज़े विज्ञान पत्रिका ‘करंट बायोलॉजी’ में प्रकाशित हुए हैं. इससे पता चलता है कि दिमाग़ का एक हिस्सा हमारे सेंस को हमारी भावनाओं से जोड़ता है. दिमाग़ में एंटीरियर इंस्यूलर कार्टेक्स नाम का यह हिस्सा मिसोफ़ोनिया में अत्यधिक सक्रिय रहता है. इस पर होने वाली प्रतिक्रिया अधिकतर ग़ुस्से के रूप में होती है.
क्या है इस बीमारी की विशेषताएँ?
हालांकि यह सामान्य व्यवहार जैसी ही प्रतिक्रिया होती है, लेकिन बाद में यह तीव्र हो जाती है. इसका कोई इलाज़ नहीं है. लेकिन ओलना ने इसका सामना करने के लिए इयर प्लग जैसी चीजों का इस्तेमाल करती हैं. वह यह भी जानती हैं कि कैफ़ीन और शराब इस तरह की चीजों को और ख़राब बनाती हैं. इस बीमारी की विशेषताएँ नजर आने पर आपको तुरंत किसी विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए.