मोह बंधन में बंधे लोग ना तो इंसानी जीवन को छोड़कर जाना चाहते हैं और ना तो कोई उस कष्ट से होकर गुजरना चाहता है जो अंत समय के दौरान होता है. लेकिन क्या वाकई मृत्यु के दौरान हर किसी को कष्ट झेलना पड़ता है. सुकून से मरने के लिए ये 10 गलतियाँ जीवन में कभी न करें (Avoid These Mistakes for Relax). यदि व्यक्ति चाहता है कि उसका अंत समय आसानी से आ जाए. उसे अपने अंतिम क्षणों में उसे ज्यादा तकलीफ का सामना ना करना पड़े तो उसे अपने वर्तमान जीवन के कर्मों पर नजर रखनी चाहिए.
1. क्या कहते हैं पुराण?
पुराणों के अनुसार जो लोग देर रात तक जागते हैं और सुबह देर से उठते हैं, वो चंद्र देवता और सूर्य देवता दोनों को ही नाराज करते हैं. ऐसे लोगों को मृत्यु के समय भिन्न-भिन्न प्रकार के कष्ट उठाने पड़ते हैं क्योंकि आत्मा को शरीर से बाहर निकलने का मार्ग नहीं मिल पाता. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी जीवनशैली, विशेषकर सोने और जागने के नियम को प्रबंधित रखें.
2. युवावस्था का महत्व
युवावस्था को किसी भी मनुष्य के जीवन का सबसे उत्तम और बेहतरीन समय माना गया है. जो युवा इस पड़ाव को नकारात्मक गतिविधियों के अधीन कर देते हैं, निषेध कार्यों में लिप्त युवाओं को अपने अंत समय में तकलीफों का सामना करना पड़ता है.
3. मादक पदार्थों का सेवन
मादक पदार्थों का सेवन ना सिर्फ आपको शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाता है बल्कि आत्मा को कष्ट देता है. इसलिए इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि अगर आपको शांति से इस भूलोक को त्यागना है तो मादक तत्वों का सेवन जितना कम हो सके उतना कम करें.
4. भोजन का महत्व
तामसिक भोजन शरीर के विभिन्न चक्रों का नाश करता है. इस भोजन की तासीर गर्म होती है, जो मनुष्य को क्रोध और वासना से भर देती है. इसलिए ऐसे भोजन का सेवन न्यूनतम होना चाहिए.
5. न करें आस्था का उपहास
नास्तिक होने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन अगर कोई नास्तिक ऐसे व्यक्ति का मजाक उड़ाता है जो भगवान में विश्वास रखता है तो यह उसकी आत्मा को नर्क के द्वार पर ले जाकर खड़ा कर सकता है. ऐसे लोगों की मृत्यु बहुत कष्टप्रद होती है.
6. बड़ों का आदर
बहुत से लोग अपने माता-पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं रखते. वे उनसे लड़ते-झगड़ते रहने के अलावा मन से भी उनका आदर नहीं करते. पुराणों के अनुसार माता-पिता या बड़े-बुजुर्गों का आदर ना करने वाले लोगों को मृत्यु के समय कष्ट होता है.
7. लालच बुरी बला
महत्वाकांक्षी और लालची होने में बहुत थोड़ा सा अंतर होता है, जो व्यक्ति इस अंतर को समझ नहीं पाता और लालच के दलदल में फंसकर अपने-पराये सबके साथ बेईमानी करता है उसे मृत्यु के क्षण बहुत कष्ट होता है.
8. उपहास न करें
कष्ट में जी रहे लोगों पर हंसना, उनका मजाक बुरे कर्मों की श्रेणी में आता है लेकिन अगर आपकी मुस्कुराहट से अन्य लोग खुश होते हैं, अपना गम भूल जाते हैं तो यह एक अच्छा कर्म है. आपको दूसरों को हंसाने और उन्हें खुश करने की कोशिश करनी चाहिए.
9. जुड़ता है एक एक पुण्य कर्म
दुनिया में कोई भी व्यक्ति आपको पहाड़ तोड़ने के लिए नहीं कह रहा लेकिन जरा सी मदद करने से आपका तो कुछ नहीं जाएगा बल्कि इसके बदले एक पुण्य कर्म आपके खाते में जुड़ जाएगा.
10. Avoid These Mistakes for Relax
जरूरतमंद की सहायता करना और सच्चे मन से दान करना, ये दो कर्म आपको आपके कष्टों से मुक्ति दिलवा सकते हैं. भूखे लोगों में भोजन बांटना, असहायों को सहायता देने का कर्म हर मनुष्य को अपने जीवन में करने चाहिए.